दुनिया में ऊँचाई और वास्तुकला का जब भी ज़िक्र होता है, तो एक नाम सबसे पहले ज़हन में आता है – बुर्ज खलीफा। दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में स्थित यह केवल एक गगनचुंबी इमारत नहीं, बल्कि आधुनिक इंजीनियरिंग और वास्तुकला का एक अद्भुत नमूना है। इसकी ऊँचाई, डिज़ाइन और तकनीक ने इसे वैश्विक पहचान दिलाई है।
आइए जानते हैं इस अद्भुत इमारत से जुड़ी कुछ हैरान कर देने वाली रोचक बातें जो शायद आपने पहले कभी नहीं सुनी हों।
1. दुनिया की सबसे ऊँची इमारत: बुर्ज खलीफा की कुल ऊँचाई 828 मीटर (2,717 फीट) है, जो इसे दुनिया की सबसे ऊँची बिल्डिंग बनाती है।
2. निर्माण में लगे अरबों डॉलर : इस विशालकाय इमारत के निर्माण में लगभग 1.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 12,000 करोड़ रुपये) खर्च हुए थे।
3. इस इमारत का नाम पहले बुर्ज दुबई था, लेकिन 2010 में इसके उद्घाटन के समय इसे यूएई के राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायेद अल नाहयान के सम्मान में बुर्ज खलीफा नाम दिया गया।
4. इस शानदार इमारत में कुल 163 मंजिलें और 57 लिफ्ट मौजूद हैं।
5. बुर्ज खलीफा को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि यह लगभग 7.0 रिक्टर स्केल तक की तीव्रता वाले भूकंप को भी सहन कर सके।
6. बुर्ज खलीफा के निर्माण में लगभग 3,30,000 घन मीटर कंक्रीट का इस्तेमाल किया गया, जिसका कुल वजन करीब एक लाख हाथियों के वजन के बराबर है।
7. बुर्ज खलीफा में लगी लिफ्टें दुनिया की सबसे तेज़ लिफ्टों में शामिल हैं।
8. बुर्ज खलीफा का मालिकाना हक EMAAR प्रॉपर्टीज़ के पास है, जो यूएई की एक प्रमुख बहुराष्ट्रीय रियल एस्टेट कंपनी है।
9. यह इमारत दुनियाभर के सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करती है। इसकी 124वीं मंज़िल पर बना At The Top ऑब्जर्वेशन डेक, पर्यटकों को दुबई का 360 डिग्री नज़ारा देता है।
10. बुर्ज खलीफा की नींव को बेहद मजबूत बनाया गया है, ताकि यह भूकंप, तेज़ हवाओं और भारी भार को आसानी से सहन कर सके।
निष्कर्ष
बुर्ज खलीफा सिर्फ एक इमारत नहीं है, यह इंसान की मेहनत, हिम्मत और हुनर का शानदार उदाहरण है। यह हमें सिखाता है कि अगर इरादा मजबूत हो, तो कुछ भी नामुमकिन नहीं। हो सकता है कि भविष्य में इससे ऊँची इमारतें बनें, लेकिन बुर्ज खलीफा की पहचान और उसका असर हमेशा खास रहेगा।
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