उत्तर प्रदेश की दो प्रमुख और ऐतिहासिक शहरों—लखनऊ और कानपुर—के बीच यातायात व्यवस्था को सुगम और आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है लखनऊ–कानपुर एक्सप्रेसवे. इसे “Awadh Expressway” भी कहा जाता है. यह परियोजना न केवल सड़कों की स्थिति को बेहतर बनाएगी बल्कि राज्य की आर्थिक वृद्धि, उद्योग, शिक्षा और रोजगार के नए द्वार भी खोलेगी।
लखनऊ–कानपुर एक्सप्रेसवे: यह एक्सप्रेसवे लगभग 63 किलोमीटर लंबा 6 लेन का हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे है जिसे भविष्य में 8 लेन तक किया जा सकता है।
मुख्य विशेषताएं:
लंबाई: 62.76 km
तकनीकी सुविधाएं: 3 बड़े पुल, 28 छोटे पुल, 38 अंडरपास, 6 फ्लाईओवर
लागत: 4,700 करोड़ रुपये
यात्रा समय: वर्तमान में 1.5–3 घंटे लगते हैं, लेकिन एक्सप्रेसवे बनने के बाद यही दूरी सिर्फ 35–45 मिनट में तय की जा सकेगी।
फायदे क्या होंगे?
ट्रैफिक जाम से मुक्ति
ईंधन और समय की बचत
औद्योगिक क्षेत्र व निवेशकों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी
रोजगार और व्यापार के नए अवसर
निर्माण की स्थिति (2025 तक):
निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. सूत्रों के अनुसार, यदि मौसम और तकनीकी कारणों से कोई देरी नहीं हुई, तो यह एक्सप्रेसवे सितंबर या अक्टूबर 2025 तक आम जनता के लिए खुल सकता है।
निष्कर्ष:
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे सिर्फ एक सड़क नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के विकास का नया रास्ता है. आने वाले दिनों में ये एक्सप्रेसवे लाखों लोगों के जीवन को आसान बनाएगा।
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