भारत का बड़ा डिफेंस प्रोजेक्ट है AMCA (Advanced Medium Combat Aircraft), जो एक स्टील्थ फ़ाइटर जेट होगा. हर फाइटर जेट का असली “दिल” उसका इंजन होता है, और अब इंडिया इस “दिल” को भी घर पर बनाने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए सरकार ने फ्रांस की Safran कंपनी के साथ पार्टनरशिप शुरू की है।
यह नया इंजन करीब 120 kN thrust class का होगा. शुरुआत में AMCA के पहले स्क्वॉड्रन को अमेरिका के GE F414 इंजन से पावर मिलेगा, लेकिन धीरे-धीरे इंडिया-फ्रांस का बना इंजन Mk-2 वर्ज़न में इस्तेमाल होगा।
इस साझेदारी की सबसे बड़ी बात है कि टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस इंडिया में ही होगा. यानी सिर्फ़ स्क्रू-ड्राइवर असेंबली नहीं, बल्कि असली core technology transfer. इससे आने वाले सालों में भारत की एयरोस्पेस इंडस्ट्री और मज़बूत होगी।
इंजन बनाने में सबसे मुश्किल होता है hot section materials, single crystal blades और high-temperature coatings जैसी टेक्नोलॉजी. अगर ये सब इंडिया में विकसित हो जाती हैं तो न सिर्फ़ AMCA, बल्कि आने वाले किसी भी फाइटर और ड्रोन को घरेलू इंजन मिल सकेगा।
चुनौती ये है कि इंजन डेवलपमेंट लंबा और जटिल प्रोसेस है. टेस्टिंग, integration और certification में लगभग 10 साल लग सकते हैं. लेकिन इस बीच GE F414 से AMCA की शुरुआत हो जाएगी, ताकि IAF की ज़रूरतें भी पूरी हों और नया इंजन भी धीरे-धीरे तैयार हो।
यह प्रोजेक्ट सिर्फ़ एक जेट इंजन बनाने का नहीं, बल्कि India’s aerospace independence की ओर एक बड़ा कदम है. Rafale और Scorpene जैसी पहले की साझेदारियों के बाद, यह पार्टनरशिप दिखाती है कि इंडिया-फ्रांस डिफेंस रिलेशन अब और गहरा हो गया है।
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